IIT कानपुर ने ऑनलाइन माध्यम से उत्कृष्टता को किया सुलभ: अब देशभर के विद्यार्थी उठा सकेंगे पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स का लाभ
Kanpur , 14 November 2025
Source: Information and Media Outreach Cell, IIT Kanpur
कानपुर, 14 नवम्बर 2025: भारत की उच्च शिक्षा व्यवस्था एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। आज के समय में उन्नत और फ्लेक्सिबल शिक्षण की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महसूस की जा रही है। कई पेशेवर और स्नातक अपनी नौकरियों या स्थानांतरण की सीमाओं के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते।
इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी कानपुर) ने अपने ऑनलाइन स्नातकोत्तर कार्यक्रम ( Online Postgraduate Programs) — एम.टेक., एम.एससी. और स्नातकोत्तर डिप्लोमा — शुरू किए हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य आईआईटी स्तर की गुणवत्ता वाली शिक्षा को पूरे देश और विदेशों के विद्यार्थियों तक पहुंचाना है। यह पहल समावेशी उत्कृष्टता (Inclusive Excellence) की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो शिक्षा की पहुंच को बढ़ाते हुए भी शैक्षणिक दृढ़ता से कोई समझौता नहीं करती।
पिछले छह दशकों से आईआईटी कानपुर डेप्थ, डिसिप्लिन और इनोवेशन का प्रतीक रहा है। संस्थान का ऑनलाइन शिक्षा में प्रवेश, उसकी शैक्षणिक गुणवत्ता को बरकरार रखते हुए, समय की मांग के अनुसार एक सुदृढ़ रूपांतरण है।
प्रत्येक कार्यक्रम की संरचना और मूल्यांकन प्रक्रिया परिसर में चल रहे पाठ्यक्रमों के समान है तथा यह संस्थान की शैक्षणिक परिषद (Senate) के दिशानिर्देशों के अंतर्गत संचालित होती है। आईआईटी कानपुर का सिद्धांत स्पष्ट है — “ऑनलाइन शिक्षा का अर्थ आसान शिक्षा नहीं”।
सभी पाठ्यक्रमों का लगभग 85 प्रतिशत भाग आईआईटी कानपुर के नियमित प्राध्यापकों और दीर्घकालिक अतिथि शिक्षकों द्वारा तैयार और प्रस्तुत किया जाता है। उद्योग विशेषज्ञों को सीमित रूप से शामिल किया गया है ताकि विद्यार्थियों को व्यावहारिक और अंतःविषय दृष्टिकोण प्राप्त हो सके। इस प्रकार शिक्षण में शैक्षणिक दृढ़ता और वास्तविक जीवन की प्रासंगिकता के बीच संतुलन स्थापित किया गया है।
प्रत्येक पाठ्यक्रम में निष्पक्ष और ट्रांसपेरेंट मूल्यांकन पर विशेष ध्यान दिया गया है। कुल अंकों का कम से कम 50 प्रतिशत हिस्सा प्रत्यक्ष परीक्षा (Proctored Examination) से प्राप्त किया जाएगा, जो देश के प्रमुख शहरों में अधिकृत परीक्षा केंद्रों पर आयोजित होगी। यह नीति आईआईटी कानपुर की डिग्री की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा को बनाए रखने में सहायक है। अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन परीक्षा की सुविधा उपलब्ध होगी, जिसमें पूरी ट्रांसपेरेंसी के साथ मूल्यांकन किया जाएगा।
ऑनलाइन शिक्षा में प्रयोगात्मक या व्यवहारिक प्रशिक्षण (Hands-on Learning) एक बड़ी चुनौती होती है। इस दिशा में आईआईटी कानपुर ने वर्चुअल प्रयोगशालाओं, डिजिटल सिमुलेशन और परियोजना-आधारित शिक्षण जैसी आधुनिक तकनीकों को शामिल किया है, जिससे विद्यार्थियों को वास्तविक प्रयोगों जैसा अनुभव प्राप्त हो सके।
जहां प्रयोगशाला प्रशिक्षण आवश्यक है, वहां संस्थान संयुक्त मॉडल (Hybrid Models) के तहत लघु अवधि के कैम्पस सत्र या क्षेत्रीय संस्थानों के साथ सहयोग की संभावनाओं पर कार्य कर रहा है, ताकि विद्यार्थी अपने पेशेवर दायित्वों के साथ शिक्षा जारी रख सकें।
परंपरागत सरकारी अनुदान प्राप्त ऑन-कैम्पस कार्यक्रमों के विपरीत, आईआईटी कानपुर के ऑनलाइन कार्यक्रम सेल्फ सस्टेनिंग हैं। इनका शुल्क ढांचा इस प्रकार तैयार किया गया है कि यह डिजिटल संरचना, सुरक्षित मूल्यांकन प्रणाली और पाठ्यक्रम के सतत सुधार का वास्तविक व्यय वहन कर सके। इस पहल का उद्देश्य व्यावसायिक विस्तार नहीं, बल्कि शैक्षणिक ईमानदारी पर आधारित दीर्घकालिक स्थायित्व सुनिश्चित करना है।
आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई गई
बढ़ती मांग और अभ्यर्थियों की रुचि को देखते हुए आवेदन की अंतिम तिथियां बढ़ा दी गई हैं:
- आईआईटी कानपुर ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए: 16 नवम्बर 2025 तक आवेदन करें।
- प्रवेश परीक्षा से मुक्त अभ्यर्थियों के लिए: 2 दिसम्बर 2025 तक आवेदन करें।
- विशेष प्रारंभिक बैच ऑफर (Special Inaugural Batch Offer) केवल जनवरी 2026 बैच के लिए उपलब्ध है।
समावेशी दृष्टि के साथ आगे बढ़ता संस्थान
आईआईटी कानपुर के ऑनलाइन स्नातकोत्तर कार्यक्रम इस विश्वास को पुनः स्थापित करते हैं कि भौगोलिक सीमाएँ उत्कृष्टता की पहुँच को सीमित नहीं कर सकतीं। चाहे कोई विद्यार्थी कानपुर के परिसर में अध्ययन कर रहा हो या देश के किसी दूरस्थ शहर से, सभी को समान रूप से वही दृढ़, निष्पक्ष और विश्वसनीय शिक्षा प्राप्त होगी, जो आईआईटी कानपुर की पहचान है।
अधिक जानकारी के लिए देखें: https://online.iitk.ac.in/
आईआईटी कानपुर के बारे में
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, जिसकी स्थापना 1959 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी, को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त होने का गौरव प्राप्त है। विज्ञान और अभियांत्रिकी शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए विख्यात, आईआईटी कानपुर ने दशकों से अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसका विशाल, हरा-भरा परिसर 1,055 एकड़ में फैला है और इसमें शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों की एक समृद्ध श्रृंखला मौजूद है। संस्थान में 20 विभाग, 27 केंद्र, तीन अंतःविषय कार्यक्रम और इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिज़ाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में तीन विशिष्ट स्कूल शामिल हैं। 570 से अधिक पूर्णकालिक संकाय सदस्यों और 9,500 से अधिक विद्यार्थियों के साथ, आईआईटी कानपुर नवाचार और शैक्षणिक दक्षता को बढ़ावा देने में अग्रणी बना हुआ है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें: www.iitk.ac.in