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IIT कानपुर और पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन ने लॉन्च किया ‘अद्वय’, प्लास्टिक सर्कुलैरिटी में नवाचार को बढ़ावा देने की पहल

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IIT कानपुर और पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन ने लॉन्च किया ‘अद्वय’, प्लास्टिक सर्कुलैरिटी में नवाचार को बढ़ावा देने की पहल

Kanpur , 12 November 2025

Source: Information and Media Outreach Cell, IIT Kanpur

कानपुर, 12 नवंबर 2025: सस्टेनबल इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC) ने पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से ‘अद्वय – द प्लास्टिक सर्कुलैरिटी इनोवेशन लॉन्चपैड’ की शुरुआत की है। यह पहल पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन के कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) कार्यक्रम के अंतर्गत लागू की गई है, जिसका उद्देश्य प्लास्टिक क्षेत्र में सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने वाली तकनीक-आधारित समाधानों के विकास में तेजी लाना है।

पहले, पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन की टीम ने प्रो. मणींद्र अग्रवाल निदेशक, आईआईटी कानपुर से मुलाकात की और संस्थान की सस्टेनेबिलिटी तथा नवाचार-आधारित साझेदारी की दृष्टिकोण पर चर्चा की। पर्यावरण से जुड़े गंभीर चुनौतियों का समाधान करने के लिए अनुसंधान-आधारित उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दोनों संस्थानों की इस प्रतिबद्धता को यह बैठक में उल्लेख किया गया।

लॉन्च कार्यक्रम में उद्यमियों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया और भारत में प्लास्टिक सर्कुलैरिटी के भविष्य पर विचार-विमर्श किया। अद्वय के तहत 10 स्टार्टअप्स को 20 लाख रुपये तक की अनुदान और इनक्यूबेशन सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, रीसाइक्लिंग और मूल्य पुनर्प्राप्ति (Value Recovery) के लिए स्केलेबल और व्यावसायिक रूप से उपयोगी तकनीकें विकसित की जा सकें। आईआईटी कानपुर की अनुसंधान विशेषज्ञता और नवाचार अवसंरचना का लाभ उठाकर, यह कार्यक्रम ऐसे सतत उद्यमों को प्रोत्साहित करेगा जो पर्यावरणीय चुनौतियों का प्रभावी समाधान दे सकें।

अद्वय के पहले समूह (Cohort 1) में पाँच प्रभावशाली स्टार्टअप शामिल हैं — Evoxia Labs Pvt. Ltd., Zuviron Innovations Pvt. Ltd., Mushloop Pvt. Ltd., Paving+ Pvt. Ltd., और SwachhAI Technologies Pvt. Ltd.

कार्यक्रम में प्लास्टिक सर्कुलैरिटी को मजबूत करने के लिए नई तकनीकों, व्यापार मॉडलों और साझेदारियों पर भी चर्चा की गई।

अद्वय एक व्यापक इनक्यूबेशन स्ट्रक्चर प्रदान करता है जिसमें अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं तक पहुंच, विशेषज्ञ मार्गदर्शन, उद्योग सहयोग और बाजार संबंध शामिल हैं। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक अनुसंधान और औद्योगिक अनुप्रयोग के बीच की दूरी को कम करने का कार्य करेगा, जिससे भारत के सतत विकास और अपशिष्ट प्रबंधन लक्ष्यों में सार्थक योगदान मिल सके।

मुख्य अतिथि श्री अर्पित उपाध्याय, नगर आयुक्त, कानपुर नगर ने अपने संबोधन में कहा, “निकट भविष्य में, प्रभावी अपशिष्ट पृथक्करण और अपशिष्ट को संसाधनों में बदलने जैसी उन्नत तकनीकी समाधान भारत में विकसित होंगे, और अद्वय जैसी पहलें सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी।”

इस अवसर पर श्री गगनदीप सिंह सेठी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंटइंटीग्रेटेड ऑपरेशंस एंड एस एंड आर, पर्नो रिकार्ड इंडिया, ने कहा, “अद्वय प्लेटफॉर्म उद्योग और अकादमिक जगत को एक साथ लाकर प्लास्टिक के जीवनचक्र को पुनर्परिभाषित करता है और सर्कुलर इकोनॉमी का निर्माण करता है। SIIC–IIT कानपुर के साथ हमारी साझेदारी के माध्यम से हम उद्यमियों को सतत नवाचार के लिए सशक्त बना रहे हैं और ‘गुड टाइम्स फ्रॉम ए गुड प्लेस’ की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”

आईआईटी कानपुर के प्रो. दीपू फिलिप, निदेशक (PIC, Innovation & Incubation), SIIC IIT Kanpur ने कहा, “अद्वय आईआईटी कानपुर की सामाजिक रूप से प्रासंगिक नवाचार को प्रोत्साहित करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह पहल प्लास्टिक अपशिष्ट की चुनौती को सतत औद्योगिक विकास के अवसर में बदलने का प्रयास है।”

शैक्षणिक उत्कृष्टता और औद्योगिक सहयोग को एक साथ लाते हुए, अद्वय एक साझा दृष्टि का प्रतिनिधित्व करता है—एक ऐसा भविष्य जहां प्लास्टिक जिम्मेदारीपूर्वक पुनर्चक्रित हो, संसाधनों का पुनर्जनन हो और नवाचार पर्यावरण संरक्षण को दिशा दे। ऐसी पहलों के माध्यम से, आईआईटी कानपुर और पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन भारत की सतत और सर्कुलर अर्थव्यवस्था की दिशा में यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं।

SIIC, IIT Kanpur के बारे में

स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), आईआईटी कानपुर भारत के सबसे पुराने और सक्रिय टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटरों में से एक है। यह एयरोस्पेस, हेल्थकेयर, एनर्जी और डीप-टेक जैसे विविध क्षेत्रों में नवाचार-आधारित स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करता है। विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर, अनुभवी मेंटर्स और सरकारी व औद्योगिक साझेदारी के सहयोग से SIIC उद्यमियों को प्रयोगशाला स्तर की अवधारणाओं को बाजार के लिए तैयार समाधानों में बदलने में मदद करता है। अब तक SIIC ने 500 से अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन दिया है, जिन्होंने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी योगदान दिया है।

पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन (PRIF) के बारे में

पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन (PRIF) एक सेक्शन 8 कंपनी है, जो कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत स्थापित की गई है। यह पर्नो रिकार्ड इंडिया (PRI) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो अपने संचालन क्षेत्रों और उससे आगे, सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत कार्य करती है। PRIF का उद्देश्य भारत के विकास अभियानों के साथ मिलकर सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए नवाचार-आधारित समाधान तैयार करना है।

आईआईटी कानपुर के बारे में

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, जिसकी स्थापना 1959 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी, को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त होने का गौरव प्राप्त है। विज्ञान और अभियांत्रिकी शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए विख्यात ,आईआईटी कानपुर ने दशकों से अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसका विशाल ,हरा-भरा परिसर 1,055 एकड़ में फैला है और इसमें शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों की एक समृद्ध श्रृंखला मौजूद है। संस्थान में 20 विभाग , 27 केंद्र , तीन अंतःविषय कार्यक्रम और इंजीनियरिंग , विज्ञान , डिज़ाइन , मानविकी और प्रबंधन विषयों में तीन विशिष्ट स्कूल शामिल हैं। 570 से अधिक पूर्णकालिक संकाय सदस्यों और 9,500 से अधिक विद्यार्थियों के साथ , आईआईटी कानपुर नवाचार और शैक्षणिक दक्षता को बढ़ावा देने में अग्रणी बना हुआ है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें: www.iitk.ac.in